जटाधारी ऋषी बैठे थे.. . नरेश पाटील का अनुभव

राम राम गुरु जी
शिव शरणम्
आज सुबह केदारनाथ साधना सुरु हुयी , मै शिवलिंग पर पुजा कर रहा था तब सामने एक जटाधारी ऋषी बैठे थे उन्होने भगवा कपडा पहना हुवा था , कलाई पे बडे बडे रुद्राक्ष पहने थे , और कोहनी के पास भी बडे रुद्राक्ष पहने थे . उनकी दाये हाथ की उंगलीयाँ विभुती से भरी हुयी थी , उन्होने हाथ आगे बढाया और मेरे आज्ञा चक्र के पास लाया … मंत्र चालू था मै एक एक ब्रम्हकमल उठाकर शिवलिंग पर चढा रहा था , पर शिवलिंग पर चढायें हुये कमल नही दिखते थे .मेरे कमल चढाते चढाते आख खुल गयी तो आठ बजने मे चार मिनट कम थे ।
आपका बहोत बहोत धन्यवाद है गुरुवर…
शिव गुरु का कोटी कोटी धन्यवाद शिव शरणम्

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