सम्मोहन साधना की दिव्य अनुभूतियाँ

अनुभूति….56
मन्त्र जाप करते ही मुझे सम्मोहन मन्त्र के शुरू के अक्षर पीले और आखिरी अक्षर लाल रंग में लिखे स्पष्ट दिखाई पड़े……. नीरजा, नोएडा
27 सितम्बर 2020
राम राम गुरुजी आज कि सम्मोहन साधना के लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद। साधना में गुरुजी शरीर बेहद हल्का लग रहा है। एकदम कोमल फूल जैसा। पूरी साधना में आपकी आवाज में मन्त्र जाप साथ साथ चल रहा था जैसा आपके सामने बैठकर ही मन्त्र सुन रहे हो। मेरे सहस्रतार चक्र पर साधना आरम्भ करते ही ऐसा लगा जैसे किसी ने ऊर्जा का गोला रख दिया हो। आज की साधना में मुझे अलग अलग वस्तुओं का आभामण्डल दिखाई दे रहा था। पीला रंग बहुतयात में दिख रहा था। मन्त्र जाप करते ही मुझे सम्मोहन मन्त्र के शुरू के अक्षर पीले और आखिरी अक्षर लाल रंग में लिखे स्पष्ट दिखाई पड़े। मुझे विचित्र छोटे छोटे प्राणी नजर आ रहे थे जो मानव थे। और गुरुजी सबसे विशिष्ट पूजा कि माला लगी। इतनी हल्की माला जैसे लग ही नही रह था कि रुद्राक्ष हैं उसमें। यह मेरा पहला अनुभव है जाप माला का ऐसा हल्कापन। ऊर्जा प्रवाह के लिए तो कुछ कहना ही नहीं बन रहा है मुझसे। साधना में आखिरी जप में आपके दिव्य दर्शन हुए । आप बैठकर पीले वस्त्र पहने है (शाल) और आपके हाथों में रुद्राक्ष माला थी । आप जाप कर रहे थे और आपके सामने चमकदार सफेद बहुत बड़ा प्रकाश जैसा था। यह भी अद्भुत अनुभव था गुरुजी। साधना के अंत में मुझे बहुत बैचनी लगी यह शायद कुछ खराब उर्जायों का निष्कासन हो रहा होगा ! प्रकृति में ऐसा लग रहा है सम्मोहन अपने आप ही घटित हो रहा है। इतना अच्छा वातावरण, सुकून, आनंद हो रहा है । पेड़ों के पास जाने से ही वो हिल रहे हैं तो मुझे समझ ही आ रहा कि आपको वीडियो बनाके कैसे भेजू। कुछ लोगों से सम्पर्क टूट गया था, आजकल वो लोग अपने आप ही फोन करके मेरा हाल चाल पूछ रहे हैं। सारा दिन पंछियों का स्वर आँगन में गूंजता रहता है। यह सारा श्रेय कवक आपको और महादेव को ही है।मुझे पता है मैंने केवल करने का सोचा है परंतु कारक और प्रेरणास्रोत आप और महादेव ही हैं। लग रहा है कि मेरे करने लायक जैसा कुछ है ही नही शेष।

अनुभूति….57
सूर्य लोक के दर्शन हुए, थर्ड आई चक्र पर ऊर्जा महसूस हुई… शान्तनु सिंह
गुरु वर को प्रणाम चरन इसपरश आशीर्वाद दिजिये गुरु देव आपके कर कमलों से आज की साधना काफ़ी आनंद पूर्वक संपन्न हुई शुरू में मन को एकाग्र करना मुश्किल हो रहा था पर फिर सब कुछ शान्त हो गया मुझे सूर्य लोक के दर्शन हुऐ फिर कुछ पल के वाद थड़ आई पर काफी उर्जा महसूस हुई और पसीना आने लगा आपको आपने समीप पाया तो व्याकुलता शान्त हो गई और कुछ पल वाद शीतल हवा फिल होने लगी जबकि साधना कश में फेन भी बंद था गुरु वर बहुत आनंदित महसूस कर रहा हूँ आपको कोटि-कोटि धन्यवाद नमन शिव शरणम् गुरु वर

अनुभूति….58
सुर्य देवता मेरे मणीपुर चक्र मे विराजमान होकर मेरे मणीपुर चक्र को लगातर उपचारित करके उर्जीत कर रहे है…… प्रशांत कोली, विरार – मुंबई
दिनांक – 27-09-2020
प्रणाम गुरूदेव,
आज समोहन्न साधना के करते वक्त कि अनुभूती कुछ इस तरह रही –
1) प्रथम माला जप करते वक्त मुझे ऐसा दिखा कि देवो के देव महादेव और उनका त्रिक्षुल दिखाई दिया मेरे आज्ञा चक्र और मुलाधार चक्र पर खिचाव और दबाव महसुस हो रहा था।
2) दुसरी माला जप करते वक्त मुझे ऐसा दिखा कि गौमुख से अनंत उर्जा निकलकर मेरे सहास्त्रार चक्र से होते हुऐ मेरे पुरे शरीर मै विस्तारीत हो रही थी मेरा मणीपुर चक्र उर्जीत हो रहा था।
3) तिसरी माला जप करते व्कत ऐसा लगा कि सबसे पहिले मुझे प्रथम पुज्य भगवान गणेशजी के दर्शन प्राप्त हुऐ और उसके बाद मैंने देखा कि मै आकाशगंगा मे उपस्थीत होकर भगवान सुर्य देवता कै दर्शन टर रहा हूँ और उनके साथ भ्रमण कर रहा हूँ।
4) चौथी और पाचवी माला के वक्त मुझे ऐसा लग रह था कि मेरे आँखो से आसु बहते रहे निरंतर मंत्र जाप करते हुऐ और मैंने देखा कि भगवान सुर्य देव उनके दिव्य रभ पर सवार होकर ब्रम्हांण्ड मैं भ्रमण करने के लिए निकलते है।
5) 6 माला जाप करते वक्त ऐसा दिखा कि सुर्य देवता मेरे मणीपुर चक्र मे विराजमान होकर मेरे मणीपुर चक्र को लगातर उपचारित करके उर्जीत कर रहे है और मेरा मणीपुर चक्र की हर एक पंखुडी पिलें रंग कि उर्जा प्राप्त करके बहोत अच्छा महसुस कर रही थी।
6) 7 वी माला जप करते वक्त मुझे जगत जननी माता काली देवी और महादेव और माता पार्वती के अर्धनारी नटेश्वर रुप के दर्शन प्राप्त हुऐ।
7) 8,9,10 माला मे मेरे आज्ञा चक्र पर लगातार दबाव और खिचाव महसुस हो रहा था। यह आज के साधना कि दिव्य अनुभूती मुझे प्राप्त हुई। गुरूदेव आपका बहोत बहोत धन्यवाद आपने मुझे यह अवसर प्रदान किया। मै आपका सदैव ऋणी रहुगां

अनुभूति….59
जाप के दौरान कई बार माथे पर प्रकाश आया.… यशवंती, दिल्ली
27 सितंबर 2020
सम्मोहन साधना अनुभूति
गुरु जी राम-राम. चरण स्पर्श. गुरु जी आज साधना शुरू की तब काफी हर्षोल्लास था. मन में उमंग थी .उत्साह था जैसे जाप शुरू हुआ धीरे-धीरे गला सूखने लगा शब्द निकल ही नहीं रहे थे जाप मन ही मन था .फिर भी आगे नहीं चल रहा था 7 माला हो गई थी 3 माला आपने ही कराई है इसके लिए आपका तहे दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद आपके बिना ये संभव नहीं था आज मणिपुर चक्र पर कोई हलचल नहीं थी माथे पर प्रकाश आया कई बार मुझे मेरी नैया पार लगाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जितना धन्यवाद करो उतना कम है क्योंकि ना तो मंत्र बडा है ना ही जाप मुश्किल है. फिर भी क्यों अटक रही थी पता नहीं आपने आकर मेरी सहायता की. उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं है गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद चरण स्पर्श

अनुभूति….60
बार बार ऊँचे ऊँचे पहाड़ो में सूर्य भगवान प्रकाश बिखेरते नजर आ रहे थे……. दिले राम, जिला मण्डी हिमाचल प्रदेश
27 सितंबर, 2020
नमः शिवाय गुरुवे राम राम गुरुपिता
राम राम गुरुदीदी आज सम्मोहन साधना में एक माला करने के बाद रोना आ रहा था, आँखे छलक रही थी। दूसरी माला जाप पूरी होते होते भावनाएं संयमित हुई।तीसरी माला करते हुए ऊँचे ऊंचे पहाड़ों में से सूर्य भगवान की रश्मि पेड़ों के बीच में से चमकती हुई मणि की भांति बिखर रही थी।थर्ड आई चक्र और आज्ञा चक्र पर काफी खिंचाव महसूस हो रहा था। सिर के पिछली तरफ सहस्रार चक्र की ओर दबाव महसूस हो रहा था।पूरे शरीर में झनझनाहट सी हो रही थी। 7 वीं माला करते हुए शरीर में झटका भी लगा।भगवान शिव सहित देवी देवताओं के दर्शन हो रहे थे। बार बार ऊँचे ऊँचे पहाड़ो में सूर्य भगवान प्रकाश बिखेरते नजर आ रहे थे। आखिरी समय में दोनों हाथों में हल्का झटका महसूस हुआ।निरन्तर डेढ़ घंटे में जाप पूरा हुआ।समय का पता ही नही चला कि कब बीत गया ऐसा लग जैसे साधना मेंअभी अभी बैठा हूँ,बहुत एनर्जी फील ही रही थी।
💐कोटि कोटि धन्यवाद💐
शिव शरणं🙏

अनुभूति….61
बार बार कुण्डलिनी जोर से उठने का प्रयास करती रही……. J P Chauhan, Delhi
27 september,
प्रणाम गुरूजी। आज साधना में बहुत आनंद आया। ऊर्जा का तूफान चल रहा था पूरे शरीर में। बार बार कुण्डलिनी जोर से उठने का प्रयास करती रही। शरीर भी ऊपर उठ रहा था। सूर्य देव और bhagwaan विष्णु के दर्शन हुए। बड़ी देर तक कन्हैया गाय के पास बैठे जंगल में बांसुरी बजाते दर्शन हुए। 8 वीं माला पहुंचते तक ऐसे लगा कि मणिपुर चक्र bhar गया। जैसे भूख की तृप्ति होने पर होता है, वैसा एहसास हुआ। बीच में chhand शायद थोड़ा bigad गया। आपके दर्शन हुए और आप मेरे साथ मंत्र जाप करने लगे। दो दिनों से अजीब चिड़चिड़ापन था। गायब हो गया। कुण्डलिनी उठकर मणिपुर चक्र तक कई बार आयी। एक अलग तरह की शांति है आज। कोटि कोटि नमन गुरुदेव। चरण स्पर्श

अनुभूति….62
भगवान शिव में मेरी आँखे बंद की और मेरे सामने बैठ गए….. Dr Rajkumari sachdeva, Indore (mp)
27/09/20
Ram Ram Guruji Shiv Sharanam🙏🙏💐 aaj rat ko 1.30am par hi need khul gayi,around 2.30am mai ankhe band kar letti thi to astral journey shuru hui.poore chiakash me point of light Ki tarah atmae dikhi, Ek chariot pe solar God golden roop me khade dikhe .phir lord shivji prithvi lok par bhraman karte dikhe, phir ek golden being kuch bowl me pilate hu dikhe unhone meri aankhe band ki phir mere samne Beth gaye aur unka back meri physical body ko taraf tha , astral body unke aage thi, muchhe energy bahut ho gayi to mai pranam kar uddi gayi Mantra sadhana achhe se hua.10 mala kiya par sadhana ke doran koi anubhuti nahi hui 2.tulsi ke poddhe par sirf kahne se hi ek Dali meri taraf jhukne lago.mantra to kiya hi nahi. thank you guruji 💐💐thank you Lord Shiva for your priceless blessings 🌸🌸
Har Har Mahadev,Charan sparsh.

अनुभूति….63
सहस्त्रार चक्र पर जैसे कोई ऊपर से एनर्जी डाल रहा हो…… Honey, Jhansi
27.09.2020
Ram ram guruji aj subah ki sadhana start krte hi poori body m bhout tez vibration hua aur sahastrar chakra pr bhout tez energy feel hui Jaise koi upar se energy daal rha ho aur Jaise hi fifth mala Ka Jaap start hua waise hi dono aankho m se Anshu ane lge lekin mantra Jaap jari rha aur guruji jaisa ki Apne bola tha ki mantra sanjeevani rudraksha hi apki sadhana poori kraega bilkul waisa hi hua pta hi nhi Chala kb 1.5 ghanta ho gya aur 10 mala Ka Jaap poora ho gya. Dhanyawad guruji
Shivsharnam

अनुभूति….64
रुद्राक्ष की माला को छूटे ही करंट की तरह ऊर्जा आज्ञा चक्र में आ रही थी…. Ranita Halder , kolkata
🙏25/9/2020 aur 26/9/2020 ki sommahan sadhana ki anuvab . Pranam Ram Ram Guruji 🙏🌸 is 2 din sadhana ki bakt Ganesh ji 🙏🌸 ShivGuru 🙏🌸Surya Devta🙏🌸ki prati urja ki konectivity spost roop se samojh aai he .25 tarikh ko Sanjevani Rudraksh ki madad se Guruji se man hi man connect kiya bahut hi urja mehsoos ho rehi thi ,Asa mehsoos hui jase meri hilling chal rehi ho, jese meri ida o Pingla Nadi k upar kaj ho rehi thi ,meri jayda prabhab meri ida Nadi pe pod rehi thi meri komar se Mathe ki taraf urja ghum k uth rehi thi.meri puri Mathe pe forehead pe urja ki khichav aur dabab varipan ho rehi thi itni urja se mujhe bahut hi jod se nind aagei, mai khud ko rok nei pai.nind me , sapno me brahmand o brahmand ki sari grahon ki darshan Hui. Fir Wo sari grahon ek ek rangeen Urja ki chamak ti hui Bal ban gai aur Aasman per ek hi saral Rekha mein aake fer Omkar ka jyotirmay roop le liya bahut hi adbhut Sundar drishya tha dekhne me.Ram Ram🙏 yeh souvagya Guruji 🙏🌸 ki oses kripa se hi samvab huya🙏🌸.26 tarikh yani aj bhi bahut hi urja feel kor rehi hu achhi se sadhona sampann hui he Guruji 🙏🌸 Guruji aj meri Ajna chakra bahut hi active Rader ki tarha kam kor rehi he meri Rudraksh ki mala ek hi ungli se chhute hi current ki tarah Urja Agra chakra mein a rahi hai. Jitni baar ungli se touch kiya hu utani bar current ki tarah jhataka Laga hai Guruji 🙏🌸 Meri Puja Sthal mein shaligram Shila hai Meri aagya chakra se chumbak ki tahara aakarshan kar rahi tha to mai hathon se uthaya bahut hi Urja feel ho rahi thi pura Mathe per Urja ghoom ke forehead se hote hue , back solar plexus ko vribate kar ke Meri kamar ke aaspaas aur muladhar per sensation feel ho rahi thi.8- 10 feet dur se aushadhi paudhe ko dekhne se bhi Urja ki mahsus ho rahi hai. Guruji meri third eye chakra abhi bhi khuli hui nei he .mai urja mehsoos kar pa rahi hu per dekhne me saksham nei hui hu.kripa banaye rakhen Guruji 🙏 Ram Ram pranam 🙏🌸🙇Sabhi Sadhoko ko meri Ram Ram 🙏 Om namah shivaya

अनुभूति….65
अनाहत चक्र और सहस्त्रार चक्र के आस पास एनर्जी फेल रही थी….. Manish hirpara, Rajkot(Gujarat)
27/09/20
Ram ram guruji, Koti koti naman Aaj ki samhon sadhana me pure saarir se aanergy nikal rahi thi,vishesh Rupa se ananhat chakra or sahtrar se anergy mere aas pas fel rahi thi, sunya ki strithi aa gay or sahtrar se bijli ki tarah light jaisa eak bar nikla tha, Bahot bahot dhanyavd Shiv sharnam guru sharnam

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