
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष के सफल प्रयोग
गुरूजी ने साधकों को कल मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष का उपयोग सिखाया है। साधकों को रुद्राक्ष के उपयोग से बहुत ही दिव्य परिणाम मिले है। यहाँ हम साधकों के अनुभव शेयर कर रहे है ताकी सभी साधकों को प्रेरणा मिल सके।
सारी दुनिया आपने हाथों में बंधे रुद्राक्ष में ही समेट दी है…… नीरजा,नोएडा
राम राम गुरुजी।
कल की साधना से मेरे मन में एक ही वाक्य बार बार गूंज रहा है “” कर लो दुनिया मुट्ठी में “” .आपके लिए केवल और केवल और अधिक श्रध्दा, प्रेम अनुर अपनापन सा बढ़ता ही जा रहा है निरतंर हर क्लास के बाद। सदियों सदियों तपस्या करने के बाद भी जो दिव्य आलौकिक आध्यात्मिक अनुभव भी साधको को नही होते है मात्र 1 घण्टे की क्लास में बहुत ही सहज रूप से आप करवा देते हैं। मेरे गुरुजी ने एक बार बताया था कि क्रिया योग के साधक जीवन पर्यंत कुंडलिनी शक्ति को जगाने के लिए कठिन अभ्यास करते रहते हैं और ऊर्जा से दिव्य दर्शन हो सके देवी देवतायों के यह लालसा लिए कइयों का तो जीवन भी शेष हो जाता है। उन्होंने ही बोल था कि थोड़ी भी संजीवनी शक्ति यदि किसी को महसूस हो जाये तो वह धन्य हो जाता हैं साधक । यहां तो आप हैं कि हर दिन उर्जायों से बरसात कर न सिर्फ भौतिक शरीर अपितु मन,आत्मा को भी सरोबार कर रहे हैं। इतना दिव्य अहसास है कि लिखने पर लिखा ही नही जाता , ऐसा लगता है कि कोई सामने हो और उसे बोले कि मन से देख लो ,आनन्द ले लो।😍 कुछ नही है पर बहुत कुछ है वाला अनुभव है गुरुजी। परसो जब आपने रुद्राक्ष में माँ गंगा की एनर्जी स्थापित करी थी तब मुझे इतना पता नही चला था और दूसरों के अनुभव पढ़ कर लगा कि मैंने कुछ गड़बड़ कर दी है 😄परन्तु जैसा कि आपने बोला था कि जब आपको जिस ऊर्जा की जरूरत होगी यह आपके स्वतः कार्य करेगा। गुरुजी कल तो रुद्राक्ष ने मुझपर पूरे RDX जैसा शक्तिपात शुरु कर दिया क्लास शुरू होते ही। फिर मुझे लगा कुछ गड़बड़ है🤣परन्तु इस बार मुझे पता था यह अच्छी है😄। मेरा मणिपुर चक्र अपने आप ही लग रहा था कि पूरे यज्ञ को कर रहा था। आप जब कहते है कि ऐसा लगे कि मन्त्र आप के मुख से निकल रहे है परन्तु बोल हम रहे है वो मुझे एहसास हुआ कल। 😍 मैने केवल प्राणायाम किया कल बाकी आप जो कर रहे थे वही मैं कर रही थी । कोई अंतर ही नही लग रहा था आपके और मेरे आत्मा के मध्य। सहस्त्रार चक्र पर लगा कि ऊर्जा की छतरी बन गयी है। आभामण्डल में एनर्जी का विस्फोट जैसे कि बस एनर्जी भरे जा रही है अनन्त स्रोत से। यह लिखना बेहद मुश्किल है क्योंकि अंनत के आलौकिक अनुभव को कैसे हम सीमित शब्दो के लिख सकते हैं। माँ गंगा के पावन जल से जो आप हमारी उर्जायों का सिंचिन कर रहे हैं वह अद्भुत है।
फिर जो संजीवनी रुद्राक्ष के आपने उपयोग बताये तो ही लगा कि दुनिया आपने हाथों में बंधे रुद्राक्ष में ही समेट दी है सारी।
मै दूसरे बैच के साथ पुनः से सम्मोहन साधना भी आरम्भ कर रखी है । आपके सानिध्य में सीखने कि ललक निरन्तर बढ़ती ही जा रही है। धन्यवाद (15 अक्टूबर 20)
मंत्रसंजीवनी रुद्राक्ष ने मुझे महादेव के आभामंडल के साथ जोड दिया मुझे ऐसा लगा कि मेंरी उर्जा महादेव के पास जाकर उनके त्रिक्षुल से जुडकर मेरे पास वापस आई…… प्रशांत कोळी , मुंबई , महाराष्ट्र
राम राम गुरुदेव…आपको मेरा प्रणाम है….मेरा प्रणाम स्विकार करें…गुरुजी,
आज आपने कहा था कि मंत्रसंजीवनी रुद्राक्ष को बिनती करो कि मुझे महादेव के आभामंडल के साथ जोड दे उसी वक्त रुद्राक्ष ने मुझे महादेव के आभामंडल के साथ जोड दिया मुझे ऐसा लगा कि मेंरी उर्जा महादेव के पास जाकर उनके त्रिक्षुल से जुडकर मेरे पास वापस आई। मुझे ऐसा लगा कि महादेव और माता पार्वती कैलाश पर्वत से अर्द्धनारी नटेश्वर स्वरूप मे आर्शिवाद प्रदान कर रहे हे और मै केलाक्ष पर्वत पर गंगा माँ कि नदी मे गुजर रहा हूँ और उसमे बहोत सारे कमल पुष्प खिले हुऐ दिखाई दाये। कायाक्लप शक्तीपात के समय ऐसा लगा कि पुरे आभामंडल मे जेसे सफेद रंग का धुंवा पुरे शरीर मै शक्तीपात के रूप मै समाहित हो रहा है। थोडी देर बाद मुझे ऐसा लगा कि मे निले रंग किआकांशगंगा मै हूँ शायद मै मृत्युंजय सौर्स कि जगह पर हूँ और वहा सबसे पहिले मुझे काली माता के दर्शन प्राप्त हुऐ और थोडी देर बाद महादेव और काली माता दोनो साथ मे दिखाई दिये। यह मेरी आज कि अनुभूती थी गुरुजी, आपका बहूत बहूत धन्यवाद है…
शिव शरणम्ं (दिनांक – 15/10/2020)
मंत्र संजिवनी रुद्राक्ष को कमांड देते ही थर्ड आई चक्र बहुत तेजी से घूमने लगा…… दिले राम, जिला मड़ी, हिमाचल प्रदेश
नमः शिवाय गुरुवे🙏 राम राम गुरुजी💐
आज शक्तिपात से पहले मंत्र संजिवनी रुद्राक्ष को कमांड देते ही थर्ड आई चक्र बहुत तेजी से घूमने लगा। इतना तेज की अंदर जैसे कोई चीज़ हो, आज से पहले ऐसा कभी महसूस नही हुआ था।🌹फिर भगवान शिव गुरु के आभामंडल से जुड़ने पर सहस्रार चक्र पर खिंचाव महसूस हुआ और मन में आनंद की अनुभूति हुई सिहरन सी हुई और आँखों से आंसू निकल पड़े। शक्तिपात के वक्त माँ गंगा की धारा में बड़ा सा त्रिशूल दिखा। ऊर्जा यज्ञ में भी आनंद की अनुभूति हुई। गोल्डन पर्वत के दर्शन हो रहे थे। दिव्य अनुभूति करवाने के लिए कोटिशः धन्यवाद💐 गुरुवर आपका सानिध्य प्राप्त कर जीवन धन्य हो गया है🌹💕
शिव शरणं
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष चमत्कार रचने में सक्षम है……… भोलानाथ, दिल्ली
शिव गुरु को राम-राम और कोटि कोटि नमन गुरुदेव को, राम राम शिव शरणम और कोटि कोटि प्रणाम
गुरुजी आपने जब मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष से कमांड दिलवाए भगवान शिव के आभा मंडल जोड़ने के लिए उस वक्त सहस्त्रार चक्र पर बहुत तेज धार में एनर्जी ब्रह्मांड से आ रही थी और पूरे शरीर में फैल रही थी एक अलग किस्म के फेलिंग हो रही थी गुरुजी जैसे आपने बताएं था मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष बहुत दिव्य और बहुत चमत्कारी रुद्राक्ष हाय मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष से चमत्कार रचने में सक्षम है गुरुदेव आपके द्वारा बताए गए विधान उसे पहले भी इससे कई चमत्कार हासिल हुए हैं और अब तक पूरी शरीर में एनर्जी फील हो रही है और सहस्रार चक्र से अभी भी एनर्जी आ रही है यह मुझे अभी भी महसूस हो रहा है. गुरुदेव द्वारा कराए गए शक्तिपात बहुत दिन और आनंदमय शक्तिपात में प्रणाम करते समय मैं कोई बहुत ऊंची पहाड़ी पर बैठकर शक्तिपात ग्रहण कर रहा हूं और मां गंगा की लहरों की आवाज सुनाई दे रही थी और बहुत सारे दिव्या पर्वत और संख्याओं के दर्शन हुए गुरुदेव मैं धन्य हो गया गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद गुरुदेव ऊर्जा यज्ञ करते समय मन मस्तिष्क एक आग्रह हो गया और ऊर्जा यज्ञ करते समय आज हवन सामग्री की बहुत सुगंध आ रही थी दिव्य सुंदर मनमोहक सुगंधा है आज उर्जा यज्ञ बहुत ही आनंद में और बहुत ही आनंदित था गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शिव शरणम गुरु शरणम (15/10/2020)
मंत्रसंजीवनी रुद्राक्ष के उपयोग से घर छोड़ के जा रहे बेटे का मन बदला…….. सविता गुप्ता, बिलासपुर
राम राम
गुरु जी आज का रुद्राक्ष के बारे में जो ज्ञान अपने दिया उसके लिए बहुत आभारी हूं आपकी साधना के तुरन्त बाद अपने बेटे पर किया उसकी हालत खराब थी घर छोड़ के चला जाऊंगा कल और मैने जैसे ही रुद्राक्ष को देख कर उसको शांत करने के लिए निवेदन किया उसका मन बदल गया और अच्छी बाते करने लगा। आज शक्ति पात के समय जड़ी बूटियों की दिव्य गंध नासा पुटो में महसूस किया पूरे समय ओर अभी भी महसूस हो रही है। ऊर्जा यज्ञ के समय हवन सामग्री की सुगन्ध ए रही थी । गंगा मैया का गाना हृदय को छू गया। गुरु जी यज्ञ के समय मन प्रसन्न ओर उलास से भर गया। शिव जी मेरे इस हृदय में सदा के लिए वास करे ऐसा आशीर्वाद दे गुरु जी।
शिवोहम, शिव शरणम्
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष हाथ में अपने आप हिल रहा था…… Deepmala Gupta, kanpur
Ram ram Guruji Aaj Guruji rudrakss ko dekhte hue mantra Jaap jab chal rha tha tab guruji rudrakss Apne aap blink Kar rha ho aisa feel hua gudgudi si ho rhi thi hato me fhir Maine agreah Kiya shiv guru ji ke abhamandal ke Saath judne Ka tab Guruji mere porry body me ek alag trah Ka chakrawaat jaisa current feel hua Jo braber chal rha tha current pe current lagte ja rha tha urga pravah bhot Accha feel kra rha tha .sir ke bechobeech ek spandan sa hua fir sir ke beech me koi hole karta hua ander entry ho rhi ho Kisi ki aise feeling lagi .Guruji jab aap kayakalp ke time panch tatwao Ka awahan Kar rhe the tab manipoor chakra me mughe red urja and hole ,anahat chakra me mughe white Prakash ,visudhi chakra golgol ghomta hua,Agya chakra me koi gufa me entry mil rhi ho aisa feel hua sastrar chakra to Mano musti me ghooom rha ho gudgudi ho rhi thi Ganga Mata Ka pravah sir se neeche bahrha ho feel hua ,roj ki trah yagya time poore mantra Jaap me swaha Bolte hi current upper se neeche and neeche se upper dhod rha tha Apka Divya asirwad sda sarvada mere aur mere pariwar per bana rhe guruji Ye prarabd ke karm hoge Jo aap Jaise guru mughe prapt hue apka koti koti dhanyawad guruji (15/10/20)
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष हाथ में कम्पन करने लगा……… Sapna Meena-Ghaziabad
Ram ram Guruji 🙏
Aaj shaktipat mai mera mantra sanjeevani rudraaksh command karte hi vibrate hone laga or mere crown chakra m se tez dhara bah kar mere pair ki ungaliyo tak phel rahi thi. Aaj bhagwan shiv or maa ganga k darshan prapt hue maa ganga bhagwan k jatao m se nikalte hue or phir ganga nadi k roop mai parivartit hote hue saaf dekha. Aaj mritunjay shakti ko maine maa kali k roop m dekha jo mukut pahne hue idhara-udhar dekh rahi thi. Aaj ka anubhav bhut romanchit and happy tha. 🙏dhanywad Guruji Itni explanation k sath urja yagya… shaktipat… online class m knowledge dene ke liye. Aisa aaj ke time kaun karta h bina swarth k. Aap is duniye k upar ho… Apke jaise patience chahiye mujhe bas … —mai jab confused hoti hon sochti ho agar aap hote to kaise react karte is situation mai.. bas apne aap chize handle karne ki power aa jati hai. Guruji bhagwan ne kripa ki h muJh par apka rasta dikha k. bas apke liye mere bhav jo 100% sache h please sweekar kare. Kripa banye rakhe.Om namah shivaye, Jai gurudev
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष ने भगवान शिव से कनेक्ट कर दिया…… Neelam Dehradun (Uttarakhand)
guru charno mein naman guru ji mantra sanjeevni rudraksh se jaise hi shivguru ji judne ko kaha …shiv guru ji ka ehsaas ho rha tha esa laga jaise mere sath room mein koi aur bhi hai ek alag sa ehsas hua …aaj shaktipat k samay tez energy feel ho rhi thi sobhagya chakra pe vibrations feel ho rhi esa lag rha tha jaise aasman se tare toot kar shaktipat mein mere upar aa rhe ho fir thand lagne lagi aur man mein prashanta hone lagi urja yagya k samay urja agni feel ho rhi thi aapka bahot bahot dhnywaad guru ji shiv sharnam
रुद्राक्ष के कंपन को महसूस किया और किसी उपस्थिति का अहसास हुआ…… सुधा मेहरवार, इंदौर
Ram Ram guruvar 🙏 aaj rudrax se aagrah karne ke baad rudrax ka vibration mahsus hua mere nikat kisi ki उपस्थिति का अहसास हुआ मुझे पूरे समय तक ठंडक महसूस हुई एक बार सिहरन हुई मुझे शुरु में ब्रह्म कमल के दर्श हुए जो बहुत दूर तक फैले थे फिर रंग बिरंगे छोटे छोटे फूल दिखे कुछ समय बाद शेषनाग के दर्श हुए बहुत आनंददाई अनुभव हुआ आपका बहुत बहुत आभार
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष के साथ कनेक्शन हुआ, रुद्राक्ष को देखते हुए बहुत प्यार और स्नेह मन के अन्दर हो रहा था…… कुमुद जवार, रायपुर, छतीसगढ़
राम राम गुरु जी💐🕉🙏🏻आज रुद्राक्ष को देखते हुए बहुत प्यार और स्नेह मन के अन्दर हो रहा था।शक्तिपात के शुरू होते भगवान शिव दूर से आते दिखे।मैं प्राणायाम अच्छे से कर रही थी।मेरे आसपास ही भगवान शिव दिखने लगते।एक बहुत बडे पृथ्वी जैसे गोले के ऊपर भगवान शिव बैठे थे, गोले को धीरे धीरे घुमते हुये देख रही थी।फिर गोल्डन ऊर्जा मे बदलकर फैल गया।अब मुझे ठन्ड का पूरा अनुभव हो रहा था।हवा मे ठन्डी थी।मां गगां जी। दो धारा में बहते आती हुई एक धारा में दिखी।नीचे से कहीं से सुनहरे बहुत छोटे छोटे फुल जैसे उड कर ऊपर आ रहे थे।ठन्ड लगना बन्द हो गया।परवत शिखर पर सुनहरे चमक दिखे।ऊर्जा यज्ञ बहुत अच्छे से हुये।कब समय हो गया पता ही नहीं चला।मन बहुत खुश है।धन्यवाद गुरु जी, कोटि कोटि प्रणाम।चरणवन्दन
मंत्र संजीवनी रुद्राक्ष ने भगवान शिव के आभामंडल से जोड़ दिया….. Pinal gadhiya, Ahmedabad
राम-राम गुरु जी अब मुझे हर शक्तिपात में और ओझा यज्ञ में सहस्त्रार चक्र में एनर्जी फील होती है l कल आपने जब शक्तिपात किया और जब हम ने रूद्राक्ष से विनती करके शिवगुरु के आभामंडल में कनेक्ट हुए तब से सर्कल सा घूमता हुआ सहस्रार चक्र से लेकर मूलाधार चक्र तक फील हुआ l जैसे हमें धड़कन सुनाई देती है वैसे ही जैसे मेरा चक्कर के घुमाओ का फील हो रही था सहस्त्रार चक्र से लेकर आज्ञा चक्र मैं दबाव फील हो रहा था और विशुद्ध चक्र में भी घुमाओ फील हो रहा था l अनाहत चक्र मैं थोड़ा सा फील हुआ और थोड़ा सा मूलाधार चक्र में फील हुआ बीच के चक्कर में फील नहीं हो रहा था शायद मेरा प्राणायाम चालू था तो पेट की हलचल की वजह से उन चक्रों में फील नहीं कर पाई मुझे ऐसा लगता है जब तक सारे चक्कर में फील नहीं कर पाऊंगी तब तक पूर्ण सफाई नहीं हुई होगी l धीरे धीरे यह हो रहा है उससे मैं बहुत ही खुश हूं यह सब कुछ आपकी कृपा से ही संभव है आप बहुत-बहुत धन्यवाद गुरु जी l एक और बात पूछनी थी गुरुजी जब भी मैं शक्तिपात करती हूं कुछ लोगों की शक्तिपात के दौरान हाथों में इतना ज्यादा एनर्जी का फोर्स फील होता है l और मेरा या फिर कुछ लोगों का शक्तिपात करते समय हाथ में एनर्जी का फोर्स फील नहीं होता है एनर्जी तो फील होती है पर जोर से आता हुआ फोर्स कुछ-कुछ में ही होता है ऐसा होने का कारण क्या हो सकता है? क्या शक्तिपात के दौरान बहुत ज्यादा संजीवनी शक्ति से निर्देश करने की वजह से शक्तिपात ठीक से ना हो ऐसा कुछ तो नहीं है ना l कभी-कभी मैं अलग से सभी चक्रों की सफाई करने के लिए निर्देश करती हूं और दूसरी भी कई चीजों अच्छे करने के लिए साथ में ही करती हूं तो मुझे लगता है कि 1 साथ ज्यादा निर्देश हो ना जाए l योग्य लगे तो मार्गदर्शन करना गुरुजी राम राम (date:-16-10-2020)
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