राम राम
इन दिनों साधक गुरुजी के साथ हिमालय में यक्षिणी साधना कर रहे है। साधना के दौरान साधकों को दिव्य अनुभूतियाँ हो रही है। साधना के पहले दिन भोलानाथ जी ने देवी माँ को वट वृक्ष से नीचे उतरने देखा उन्होंने देवी माँ के पैरों की आवाज सुनी। देवी माँ को प्रत्यक्ष देख कर उन्हें लगा कि उन्हें लगा कि जीवन की सारी खुशियां उन्हें प्राप्त हो रही हो। तीसरे दिन शिवार्चन के दौरान किसी से उन्हें छुहा। साधना के दौरान बहुत जोर जोर से आवाज आ रही थी बहुत तेज हवाए चल रही थी। रात में उन्होंने देवी माँ को अपने बगल के बिस्तर पर बैठे देखा। उनकी अनुभुति यहाँ हम उन्ही के शब्दों में दे रहे हैं…….
पहला दिन:
शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को राम राम शिव शरणम
4 अप्रैल 2021 भोलानाथ दिल्ली सुबह की साधना की अनुभूति
गुरुदेव सुबह की साधना वटवृक्ष के नीचे बहुत ही आनंद में संपन्न हुई देवी वट वृक्ष से उतर कर नीचे आई और उनके पैरों की आवाज सुनाई दे रही थी और गुरुदेव जब आप दूसरी बार हम साधना में बैठे वट वृक्ष के नीचे आपने देविका आवाहन किया था उस वक्त देवी वटवृक्ष के पीछे की तरफ से निकलती हुई शिव मंदिर के बगल से आई और मुझे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था और एक-एक करके सभी साधकों के पास गई और अपनी ममता का एहसास करा रही थी यह साधना करते मुझे दिखाई दे रहा था गुरदेव साधना बहुत दिक्कत हुई आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शिव शरण गुरु शरणम
दूसरी टाइम साधना करते हुए हम गंगा तट पर साधना कर रहे थे उस वक्त जब वहां यज्ञ आहुति दे रहे थे उस वक्त यक्षिणी देवी मां गंगा की धारा को बीच में से प्रकट होती हैं और आई और अपनेपन का एहसास दिलाई और खूब दुलार और प्यार करके गई बोले हम तुम्हारे साथ हूं गंगा जी की लहरें बहुत तेज सुनाई देने लगी थी जैसे लग रहा था कि बगल में से एकदम गंगा जी वह रही हूं।
तीसरे टाइम की यक्षिणी साधना करते समय जब रूद्र अभिषेक संपन्न हो रहा था उस वक्त भी देवी के दर्शन कई बार हुए देवी मुस्कुराते होंगे एक मां के रूप में स्वीकार कर रही थी और अनाहत चक्र को बड़ा हो गया था ऐसा लग रहा था कि मां अनाहत चक्र में आकर विराजमान हो गई और मन बहुत ही आनंद का एहसास हो रहा था गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
चौथी बार साधना करते वक्त मन बहुत ही प्रसन्न और आनंद की हवा बह रही हो मां सामने एकदम प्रत्यक्ष रूप से दिखाई दे रही थी और मंत्र जाप करते हुए बहुत ही आनंद का अनुभव हो रहा था ऐसा लग रहा था कि जीवन की सारी खुशियां मुझे प्राप्त हो रही हैं शिव शरणम गुरु शरणम गुरुदेव आपको अनंत कोटि कोटि धन्यवाद
दूसरा दिन:
शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को राम-राम शिव शरणम
5 अप्रैल 2021 विषय यक्षिणी साधन भोलानाथ दिल्ली
गुरुदेव आपके आशीर्वाद से आज सुबह यक्षिणी साधना करते समय देवी यक्षिणी के कई बार दर्शन हुए और वटवृक्ष के बगल में जो झरने से पानी गिर रहा था वहां देवी यक्षिणी स्नान करते हुए दिखाई दी उसके बाद वहां से हमारे समक्ष आई और आशीर्वाद दिया
आज की दूसरी बार साधना करते समय यक्षिणी देवी मां के स्वरूप में मेरे समक्ष आकर खड़ी हो गई और मुस्कुरा रही थी मुरली मैं तुम्हारे हर कार्य में सहायता करूंगी क्योंकि मैं मां हूं आपने हमें मां के रूप में स्वीकार कर रहे हो गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शिव शरण गुरु शरणम
तीसरा दिन:
शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को राम राम शिव शरणम
6 अप्रैल 2021 भोलानाथ दिल्ली
गुरुदेव आज भी आपके आशीर्वाद से साधना बहुत अच्छे से संपन्न हुई गुरुदेव जब आप शिव अर्चन करवा रहे थे उस वक्त कुछ देर के बाद मेरे सीधे हाथ में आकर कोई टच कर रहा था और कुछ देर बाद उल्टे हाथ में भी कोई आकर टच कर रहा था उसके बाद मंत्र जाप करते समय पीछे से पीठ पर हाथ से छू रहा था ऐसा कई बार हुआ और गंगा नहाते हुए देवी यक्षिणी का दर्शन हुए और एक ऊंचे पहाड़ बर्फ का था उस पर एक संत भस्म लपेटे हुए उस पर्वत पर बैठे हुए थे त्रिकूट का चंदन लगा हुआ था उनके मस्तक पर और वह संत मुस्कुराते हुए मुझे आशीर्वाद दे रहे थे गुरुदेव ऐसा दृश्य पहली बार देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ आपके आशीर्वाद से गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शिव शरणम गुरु शरणम
शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को राम राम शिव शरणम
6 अप्रैल 2021 रात की साधना की अनुभूति भोलानाथ दिल्ली
गुरुदेव देव आपके आशीर्वाद से साधना आनंद पूर्वक पूर्ण हुई गुरुजी पहले 10 माला जाप करने के समय दरवाजे और खिड़की खटखट की आवाज सुनाई दे रही है जैसे कोई ठोक रहा हो और रूम के अंदर ऐसा महसूस हो रहा है जैसे कोई अदृश्य शक्ति यहां पर उपस्थित है दूसरी 10 माला करते समय गुरुदेव पायलों की आवाज सुनाई देने लगी और कमरे में जैसे कोई घूम रहा हो और बाहर खूब जोर जोर से हवाएं चल रही हो पेड़ पौधे खूब जोर-जोर से हिल रहे हो ऐसे माहौल हो गया था रात में उसके बाद मेरे साधना कक्ष में साधना करते समय ऐसा दृश्य दिखाई दे रहा था की देवी हमारे बगल जो बिस्तर लगा है उस पर बैठी हाय और काफी देर तक बैठी हुई थी उसके बाद एक कन्या के रूप में दिखाई देती है इससे पहले एक और बहुत दिन और मनमोहक रूप में दिखाई देती हैं और तीसरी बार जाप करते समय 10 माला जब कमरे में कोई चलता था तो ऐसा लग रहा था कि जैसे रूम में भूकंप आ गया हो नीचे की जो फर्ज है वह भूकंप की तरह वाइब्रेशन करती थी गुरुदेव ऐसा पूरी साधना में चल रहा था और फिर देवी नीचे आकर बैठ गई अपने दिव्य रूप में हमारी आंखें बंद थी हमने उनका अभिवादन किया उनको प्रणाम किया है और उन्होंने ऐसी मुझे आवाज सुनी कि मैं आ गई हूं और उसके बाद एक दो बार ऐसे और कुछ बोली जो मैं समझ नहीं पाया पूरी साधना में ऐसा ही चल रहा था 3:30 बजे रात को मुझे जैसे आकर कोई उठाया और मैं उठ कर बैठ गया की सुबह की साधना करने का टाइम हो गया गुरुदेव आज की साधना बहुत ही अच्छे से संपन्न हुई और यक्षिणी देवी का दर्शन पूरी साधना में होता रहा गुरुदेव यह सब आपके आशीर्वाद से ही संभव है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शिव शरणम गुरु शरण
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