मेरे सोने के साथ ही साथ देवी रम्भा आ गई, देवी का स्वागत किया. मेरे साथ ही सोने के लिए प्रार्थना की और मेरी हाथों में हाथ रखने के लिए इच्छा जताई. देवी मेरी राइट हैंड पर अपने हाथ राखी. …………….. Ranita Halder , kolkata
5/7/2021, Apsara Sadhana k Divya Anubhav…. Ranita Halder, kolkata 🙏 Pranam Ram Ram Guruji 🙏🌸 आराधना आज साधना शुरू होते ही अनुभव हुआ मूलाधार चक्र से एक घनी ऊर्जा कमर की तरफ उठ रही है. पूरी मंत्र जप के द्वारा बहुत ही एनर्जी फील कर रही थी. माथे के अंदर भी एनर्जी धीमी धीमी प्रवेश कर रही थी. माथे की नाथों के अंदर हालकी सी चुभन जैसी दो एक बार दर्द हुई. सारे ऊर्जा मेरी आज्ञा चक्र सहित पूरे माथा पर छा गई थी. आज देवी को वाइट ड्रेस पहनी हुई नमन रतों मुद्रा में दर्शन हुई. देवी को देखने के लिए बार-बार में मन ही मन में आग्रह कर रही थी इसलिए मेरी आज्ञा चक्र पे एक घनी उर्जा से देवी की अबयब सेकंड में दिखाई दी और गायब हो गई. आज मेरी शरीर बहुत ही दुख रही थी. स्वाधिस्ठान चक्र की आस पास ज्वलन जैसी दर्द हो रही थी. मैं एक जगह ठीक से नहीं बैठ पा रही थी. बार-बार पैरों को हटा रही थी. मैं आंख बंद किये जाप कर रही थी. बीच-बीच में ऐसा महसूस हो रहे थे देवी ने मेरी हाथ को टच कर रही है. डेढ़ घंटे बाद जब मेरी आंखें एक पल के लिए खुली तब मैंने हैरान होकर देखी मेरी फेस उत्तर दिशा से घूम कर देवी की आसन के तरफ मुड़ गई है. कब मैंने पूरी दिशा बदल कर चुकी थी मैं समझ नहीं पाई. मैं आश्चर्य हो गई. उसी समय जब मेरी आंखें बंद थी तब देवी ने मुझे मेरी दोनों हाथों को बारीकी से टच कर रही थी मेरी कलाई पर हल्की हल्की एनर्जी से पेन हो रही थी.सईद मेरी दोनों हाथ को देवी ने अपने हाथ पर रखी हुई थी और मैं मन ही मन देवी से बचन मांगने लगी.साधना समाप्त होते ही उसी आसन पर ही लेट गई शरीर बहुत ही दुख रही थी. तभी ही जगत जननी माता महाकाली ने मुझे आशीर्वाद प्रदान की. माता की राइट हैंड शक्तिपात मुद्रा पर मेरी तरफ झुक गई. माता की काली वर्ण मुझे बहुत ही प्यारी लगती है. सोने की कंगन ढेर सारी सोने की चुरिया पहनी हुई माता की सुडोल काली हस्त रक्तिम हथेली, हथेली पे शक्तिपात मुद्रा….. आशीर्वाद मुद्रा हाथ मेरी तरफ झुक गई. मेरे मन में एक शांति सुकून छा गई. रात में मैं साधना रूम में सोए हुई थी. मेरे सोने के साथ ही साथ देवी रम्भा आ गई. मैं कुछ हालकी नींद में गई थी पर मैं समझ गई तुरंत ही मैं नींद से जागा और देवी का स्वागत किया. मेरे साथ ही सोने के लिए प्रार्थना की और मेरी हाथों में हाथ रखने के लिए इच्छा जताई. देवी मेरी राइट हैंड पर अपने हाथ राखी. राइट हैंड में हैवी ऊर्जा अनुभव कर पा रही थी. मुझे बहुत ही अच्छी लग रही थी. मेरी लेफ्ट हैंड से भी वह ऊर्जा महसूस करने की कोशिश की मुझे बहुत ही खुशी हो रही थी. मैं जमीन पर एक चादर और एक पतली कंबल ओढ़ के सो रही थी. देवी ने मुझे एक सुंदर सी पलंक दिखाएं बहुत ही बहुत ही सुंदर मेहेंगी wood work जो राजघराने की होता हे, उसके ऊपर मोटा godi बिछाया हुआ. मखमल सी कपड़े से बनाई हुई दो सुंदर सी तकिया दिखाई दे रही थी. मैंने देवी से आग्रह किया….. हे देवी जब शरीर की पीड़ा इतनी हो तो यह सुख किस काम की … हो सके तो हे देवी मेरी अच्छी सेहत प्रदान करने की कृपा करें. और कुछ देर तक जगी रही.मन ही मन देवी से बहुत सारी बातचीत करि , और फिर सो गई. राम राम प्रणाम, बहुत सरे प्रेम गुरूजी🙏धन्यवाद 🙏💗💗💗
आज साधना में अनाहत चक्र के उपर बायाँ हिस्सा में बहुत देर तक स्पन्दन हुआ है, उर्जा के उर्धगामी प्रवाह का भी अनुभव हुआ है …………. नटराज हाजं, मेघालय
राम राम गुरुजी, रम्भा अप्सरा साधना के दिव्य अनुभूति :: Dt. 04/07/2021, सौन्दर्य की देवी रम्भा अप्सरा साधना के तिसरा दिन आनन्द पूर्वक साधना सम्पन्न हुआ है॥ आज साधना में अनाहत चक्र के उपर बायाँ हिस्सा में बहुत देर तक स्पन्दन हुआ है॥ उर्जा के उर्धगामी प्रवाह का भी अनुभव हुआ है॥ गुरुजी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम है॥
साधना में गुलाब के फूल के बगीचे दिखाई दिए……… Pawan Pandey
5 July 2021 subah 4:00 baje Sadhna karne baitha hun aaj ke Anubhav Pawan Pandey Ram Ram guruji aaj ki apsra Sadhna mein mujhe gulab ke phool ke bagiche dikhai diye bad mein Aisa Laga ki bahut sare gulab ke phool mere andar Sama Gaye
रम्भा अप्सरा ने कहा मैं आ गयी हूँ, मैंने उन्हें दूध ग्रहण करने के लिए दिया…… Manda Zore, Mumbai
Ram Ram Guruji🙏🏻🌹🙏🏻 04/07/21 Aaj sadhna me shiv Guruji ki badi murti blue colour me dekhi. Koi pas akar baitha hai ye abhas hota raha. Back third eye chakra me bahot sukhad urjaye feel kar rahi thi lagbhag 15 mnt tk. rambha apsara Ji kehne lage mai aa gae hu. Maine unhe doodh grahan karne k liye kaha. Kyunki kl unhone doodh k liye kaha tha. Unhone doodh grahan kiya. Khush huye. Mumbai k mata mahalakshmi k baju ka samundar dikha waha golden colour ki jalpari dikhi. Bar bar dhyanasth hoti thi aur halke zatke 3 bar lage. Aur 4thi bar current jaisa zatka laga. Ek bar left hand ko chhuvan mehsus hue. Kl maine aise feel kiya jaise maine kesar ki kajukatri kha li uski sugandh aur taste bhi feel kar rahi thi. Aur ek dusri mithae khae pr WO mithi thi pr wo konsi mithae hai Samjh nahi aaya. Gulab ki itra ki sugandh aa rahi thi. Bahot sukhad urjaye aur khushi feel kar rahi thi. Kbhi dar bhi lage to recording ke jariye aap ke hone ka ehsas hota hai. Bahot bahot dhanyawad Guruji🙏🏻🌹🙏🏻 Shiv Sharanam🙏🏻🌹🙏🏻
साधना करते समय अप्सरा मेरे बगल में आ कर खड़ी थीं। ……………… सुशील कुमार, बिहार
05 जुलाई 2021 अप्सरा साधना शिव गुरु को राम राम गुरु जी को राम राम गुरुदेव आपके आशीर्वाद से अप्सरा साधना आनंद पूर्वक सम्पन हुई साधना करते समय मेरे बगल में आ कर खड़ी थीं।अचानक ठण्डी ठंडी हवाएं चलने लगी।साधना के समय अचानक से मन मे खुशी की लहर दौड़ने लगी अपने आप मुझे हँसी लग रहा था। गुरुदेव आपको बहुत बहुत धन्यवाद।शिव शरणम
साधना अच्छे से हुई लगातार मंत्र जप होता रहा ……….. अनुराधा ऋषिकेश
दिनांक 5 जुलाई 2021 चौथे दिन की अनुभूति राम राम गुरु जी साधना अच्छे से हुई लगातार मंत्र जप होता रहा अनुभूति नहीं हो पाई
देवी ने कई बार मुझे मेरा नाम लेकर पुकारा …………. आदित्य कुमार, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
05/07/2021 रंभा अप्सरा साधना अनुभूति राम राम गुरुजी कोटी कोटी प्रणाम🙇🏻♂️🙏🌹🙏🙇🏻♂️गुरुजी आपकी कृपा से आज की साधना बहुत अच्छे से संपन्न हुई,मंत्र जप शुरू करते ही देवी के उपस्तिथि महसूस होने लगी, वे भी मेरे साथ मंत्र जपती है,ऐसा मुझे हर दिन महसूस हुआ, आज भी हुआ, मन बहुत प्रसन्न उत्साहित हो गया, सृहन भी हो रही थी,देवी ने कई बार मुझे मेरा नाम लेकर पुकारा, बीच बीच में तेज़ हवाओं का झोका सामने से आता, हल्की हल्की ठंडक भी लग रही थी।आज भगवान शिव और माता महेश्वरी के दर्शन हुए,बहुत प्रसन्न हो रहे थे मेरेको देखकर,शिव गुरु का डमरू भी दिखा, देवी मेरा पीतांबरी पकड़ के हिला रही थी, उनका स्पर्श हांथ पर बहुत देर तक फील हुआ,बीच बीच में पायल की आवाज़ सुनाई दे रही थी।एक समय इलाइची और गुलाब की बहुत तेज़ खुशबू आई। साधना रात के 10:15 से लेकर 12:15 पे संपन्न हुआ,गुरुदेव आज तो समय का पता ही नहीं चला, वक्त बहुत तेज़ी से गुज़र गया ऐसा लगा। गुरुदेव कृपा आशीर्वाद सदैव बनाएं रखे, अनंत कोटि धनवाद गुरुदेव। 🌹 शिव शरणं 🌹 🌹 गुरु शरणं 🌹
पूरे कमरे में कोई चल रहा हो, कोई एक दम से मेरे सामने खड़ा था ……….. ANUPAM CHAKRABORTY, JABALPUR
date 5/07/21 ❤️❤️ ❤️🕉️🕉️🕉️ अनुभूति आज 11: 30 PM पर चालू किया था मैं इतना रिलैक्स्ड हो गाया था की 2:30 am पर स्मपाप्त किया बॉडी हल्की अंदर एक दिव्य ज्योत से देखी जब भी मैं सोने गया ऐसा लगा किसी ने मेरी बॉडी को जकड़ लिया 3:34am की बात है ऐसा लगा की पूरे कमरे में कोई चल रहा हो, कोई एक दम से मेरे सामने खड़ा था मुझे बहुत घोर से देख रही थी घुटने तक ड्रेस पहनी थी चमकदार बहुत रूपवान थी अनाहद चक्र ,आज्ञा चक्र जबरदस्त प्रेशर था किसी unknown place में एक शिवलिंग के दर्शन हुए, कभी कभी जाप के दौरान मैं इतना खो जाता था की वह कहती में आ चुकी हुं तब समाज में आया की देवी आ चुकी है कल ऐसा फील हो रहा था की और अधिक से अधिक जाप करू कभी कभी हल्की जबकिया लगती आनंदपूर्वक सड़ हां समापप्त हुई💐💐💐💐💐💐💐💐💐shivsaranam
साधना खुशी प्रदान करने वाली रही……… Shailendra, Ulhasnagar
05/07/2021 Ram Ram Guruji Aaj ki sadhana alhaddayak, anandpurn, khushi pradan karane wali rahi dhanyawad guruji
मैने अपनी आकषर्ण कारी उर्जायें ,सम्मोहन करने वाली तुम्हारे अंदर स्थापित कर दी हैं, जिससे तुम आकर्षक वस्तु को अपनी और खिंचोगी …………………… नीरजा।
राम राम गुरुजी। अद्भुत प्रेम से भरी कल रात की साधना के लिए आपको हृदय से धन्यवाद। कल पूरा दिन सुबह से लेकर रात तक हमारे घर के आस पास से कभी भजन,कभी music की आवाजें आती रही। बीच बीच में तो मुझे ऐसा भी लग रहा था कि ढोल जैसे बज रहा हो दूर । मैं पूरा दिन एक गुदगुदी सी महसूस करती रही अपने अंदर रात की साधना के लिए । मैं सुबह होते ही रात के इन स्वर्णिम 2 घण्टो का इंतजार करती हूँ आजकल जैसे कोई प्रेयसी इंतजार करती है। इस साधना ने ईश्वर के प्रति मेरी आस्था और विश्वास को नया मोड़ दिया है।सक्षम गुरुओं का साधनायो में साथ कितना आवश्यक है यह भी मुझे इसी साधना में महसूस हो रहा है। कल भी साधना शुरू होने पर आग्रह करते ही देवी उपस्थित हो गयी। और उन्होंने बोला कि नीरजा मैं आ गयी। मैने अपना नाम सुनकर आश्यर्च प्रकट किया तो वह बोली कि तुम्हे कल सखी बोला है ।फिर उन्हें मैने इलायची ,माला को स्वीकारने का आग्रह किया। तो उन्होंने मुझे स्वयम इलायची खिलाने को बोला। गुरुजी जैसे ही मैंने पात्र उठाकर उस दिशा में किया तो वाकई पात्र इतना भारी हो गया जैसे किसी ने उसे ऊपर खींच लिया। फिर मेरी सफेद पुष्प की माला पर उन्होंने हाथ रखा,तथास्तु बोला और उन्हें पहनाने को बोला ,पुनः से मेरे हॉथो के बीच में आभामण्डल जैसे लगा ।फिर उन्होंने बोला कि अब यह माला तुम पहनो मुझे अच्छा लगेगा। जब मैने उनसे वही वचन मांगा जो 3 दिन से बोल रही थी तो वह बोली कि अप्सराओ का एक बार दिया हुआ वचन ही कभी भंग नही करती ,तुम्हे मैने 3 दिन दिया है। इसलिए निश्चिन्त रहो।उन्होंने बोला कि यह सुगन्ध ,फूल जो तुमने मेरे स्वागत के लिए तैयार किये हैं ,वह सभी तुम्हारे ही जीवन में मैं फैलाने वाली हूँ। परसो उन्होंने बोला था कि तुम्हारे अंदर मैं इतना प्रेम भर दूँगी की तुम उससे छलकने लगोगी ।जो कोई तुमहारे पास आएगा वह भी भर जाएगा प्रेम से ❤️❤️। कल देवी मेरे बिस्तर के उस तरफ बैठी जहां मैं अधिकतर बैठी रहती हूं। फिर पुनः जब मेरे सामने बैठी तो कल मैने उनसे उनके परिवार के बारे में पूछा,स्वर्गलोक के बारे में पूछा । तो उन्होंने बताया कि स्वर्ग में सभी वर्गीकरण के आधार पर रहते हैं। सभी एक दूसरे का सम्मान करते हैं । वह स्वयम राजा इंद्र की सभा की सुंदर अप्सराओ में से एक हैं। एक उन्होंने देवई सुरसुन्दरी अप्सरा के बारे में नाम लिया कि वह बहुत सुंदर हैं। सौंदर्य के साथ ज्ञान भी देती हैं। उन्होंने बताया पूण्य कर्मो के कारण स्वर्ग में सकरात्मक उर्जा भरपूर है,जिससे सभी उसे भोजन के रूप में हर क्षण ग्रहण करते हैं। जिसके लिए जो आवश्यक होता है वह ऊर्जा स्वयम ही समी पूर्ति कर देती है। उन्होंने बोला कि हम सभी के कार्य बंटे हुए है। जब यह सब वह मुझे बता रही थी गुरुजी तो हमारे घर की छत पर जोर जोर से धम्म धम्म की आवाज आती रही। उसके बाद पुनः वह मेरे बिस्तर पर बैठ गयी और थोड़ी देर तक मुझे न दिखाई दी ,न कुछ सुनाई दिया। बस मन्त्र जाप करती रही मैं। फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे आवाज लगाई नीरजा इधर आयो। मेरे बिस्तर पर बैठी थी वो। मैने पर अपना आसन नहीं छोड़ा । उसके बाद वह एकदम जैसे मेरे सामने आ गयी और बोली कि सूक्ष्म जगत के नए अनुभवों के लिए अपना मन और मस्तिष्क दोनों खोलकर रखो।उसके बाद उन्होंने अपनी उर्जायो को मेरे योनि मार्ग से प्रवेश करता दिया। मेरे अंदर पिपरमिंट जैसे ठंडी ऊर्जा प्रेवश करि हो ऐसे अद्भुत आनंद महसूस हुआ ।उसी समय मैने देखा कि बहुत सारी विभिन्न प्रकार की देवी ,फूल लागाये स्त्रियां वहां उर्जायो को ठीक कर रही है। जैसे चक्र फूल के सामान होता है तो उसको साफ कर रही हैं । फिर बहुत समय के बाद मुझे उस स्थान पर गर्म ऊर्जा महसूस हुई। यह भी अद्भुत सुखकारी थी। और इसी समय मैने देखा कि जो मेरे reproductive organs के सेल्स ब्लू कलर के हो गए और तेज गति से ट्रेवल कर रहे हैं। मुझे आवाज सुनाई दी कि यह ऊर्जा असीम सुखकारी है और यह अभी कुछ समय तक तुम्हारे अंदर होते रहेंगी। इनसे मैने अपनी आकषर्ण कारी उर्जायें ,सम्मोहन करने वाली तुम्हारे अंदर स्थापित कर दी हैं। जिससे तुम आकर्षक वस्तु को अपनी और खिंचोगी।❤️❤️ यह दिव्य अहसास का आनंद शब्दो में यहां लिखने सम्भव नही है मेरे लिये। किन्तु साधना का चरण है इसलिए लिख रही हूँ। इसके बाद उन्होंने बोला आज के लिए इतना ही बहुत है। उस समय गुरुजी मेरे अंदर डर भी था, परन्तु इच्छा भी थी कि यह हो। और मन्त्र जाप आपकी आवाज ही मुझे पकड़े हुए थी। मुझे मन के और उस आवाज के अलावा कोई होश नही हो जैसे। शरीर एक दम still था जिस मुद्रा में थी उसी में ही बैठी रही बहुत देर तक । जब देवी के आग्रह पर माला पहनी थी तब भी एक स्पार्क जैसे ऊर्जा पूरे ह्रदय क्षेत्र में फैल गयी थी। ऐसे ही साधना कल सम्पन्न करि । अभी सुबह आंख खुलने पर मुझे अपने कमरे के हर कोने ,बिस्तर पर इतना प्रेम आ रहा है कि यहां से जाने का मन ही नही कर रहा। इसे देखने से ही लग रहा है कि यहां कोई है आजकल। मेरे nails शाइन कर रहे हैं,स्किन चमक रही है। मस्तिष्क शांत । इन दिनों बस यह लग रहा है कि समय यही रुक जाए और मन में यही उत्साह ,कोमलता ,प्रेम सदा सदा ही स्थापित हो जाये।
साधना में तुलसाजी जी के पौधे, फूलों की घाटी और पहाड़ की घाटी में नदी दिखी…….. MPMISHRA
Ram Ram guruji Date:05.07.2021 Sadhana me baithane kuchh der baad tulasi k bade bade paudho jo briksha jaise the k saghan bagiche uske baad flowers ki ghati aage nadi pahadi ki ghati me dikhi.Apnane aapko chalate huye dekha aur nadi k kinare ek ped ki chhaya me baith gaya. River k uspar pahad barf aur badalo se ghiri lagi. river me white kamal k phulo ki kaliya khilati jisame se pankho sahit ladkiya nikal kar river k paani me khel rahi thi.upar barfile pahad se udati huyi ladaki laga meri taraf aa rahi is drishya se man achanak Prafulla hua lekin vah nadi k paar nhi aayi.
Iske paschat jaha baithe the vaha ek sanyasi thodi dur par puja karte dikhe.yah drishya tirohit ho gaya.punah shivling jo purn rup se kayi Hari pattiyo se achhadit thi k darshan huye. Sadhana se uthane k paschat puri body me thaan laga.
Pranam
रात की अप्सरा साधना आनंद पूर्ण संपन्न हुई ……….. हरविंदर सिंह देहरादून
शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को कोटि-कोटि प्रणाम 6 जुलाई 2021 गुरुजी रात की अप्सरा साधना आनंद पूर्ण संपन्न हुई और कोई विशेष अनुभूति नहीं हुई आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
साधना करते समय अप्सरा का उपस्थिति का कई बार एहसास हुआ और वह आए और जब भी आती थी पूरा साधना कक्ष खुशबू से भर जाता था ………… भोलानाथ दिल्ली
5 जुलाई 2021 अप्सरा साधना शिव गुरु को राम-राम गुरु जी को राम राम गुरुजी कल रात की भी साधना बहुत ही आनंद पूर्वक संपन्न हुई साधना करते समय अप्सरा का उपस्थिति का कई बार एहसास हुआ और वह आए और जब भी आती थी पूरा साधना कक्ष खुशबू से भर जाता था गुलाब की खुशबू बहुत ज्यादा ही आ रही थी साधना बहुत ही आनंद पूर्वक संपन्न हुई गुरुदेव आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
मन्त्र जप चलते रहे,बीच बीच में नींद की आवेश हुआ , झटका लगा, ऐसा बार बार हुआ, दिव्य अनुभूति पाने के लिए अपने पर ध्यान केंद्रित किया …………. नटराज हाजं, मेघालय
राम राम गुरुजी, रम्भा अप्सरा साधना के दिव्य अनुभूति :: दिनांक :- 05/07/2021, सौन्दर्य के देवी रम्भा अप्सरा साधना के चतुर्थ दिन बहुत आनन्द पूर्वक सम्पन्न हुआ है ॥मन्त्र जप चलते रहे,बीच बीच में नींद की आवेश हुआ , झटका लगा, ऐसा बार बार हुआ, दिव्य अनुभूति पाने के लिए अपने पर ध्यान केंद्रित किया, जानने के कोशिशें की, खास अनुभूति नहीं मिले, 2 घंटे बीत गयी, साधना निर्विघ्नता पूर्वक सम्पन्न हुआ॥ गुरुजी के श्री चरणों में नमन्॥
गुलाब की खुशबू एक दम अलग सी आ रही थी मन मोहक सी काफी देर तक थी, साधना बहुत अच्छी हुई गुरुदेव ……. ममता पंडित ग्वालियर
राम राम गुरुजी कोटि कोटि प्रणाम 🌹🙏🌹 5/07/21 देवी रामफा अप्सरा साधना गुरुदेव कल साधना सुरूकिया जप कर रही थी इलाइची मुंह में डालना भूल गई थी अचानक खुशबू आई इचाइची की तेज तब याद आया और मुंह में डाल लिया जप करते करते गुरुदेव शरीर जोर से ऊपर खींचने लगा सांसे बहुत तेज चलने लगी आंख से आसू निकल गए मेरा शरीर बेहोसी इस्तिथि में हो गई फिर अपने आप कंट्रोल किया ऐसे तीन बार हुआ। गुलाब की खुशबू एक दम अलग सी आ रही थी मन मोहक सी काफी देर तक थी, साधना बहुत अच्छी हुई गुरुदेव। अपनी दया सदैव बनाएं रखें आपका बहुत बहुत धन्यवाद गुरुदेव ❤️